This time its not me. Post is completely dedicated to my lovely mom on her birthday. But its not me who has written this. i am no good at all in writing poems. rhymes are way out of my league. Its her younger one this time.
मुझसे ज़ादा, मुझे पहचानती है मा
I am posting this on behalf of my little brother Rohit, who has written this lovely write-up as a gift to our mom.
ना पढ़ने पे वो तेरा डाँट लगाना
अक्सर रातों मे मेरा बीमार होना
मेरी चिंता मे तेरा ना सोना
सब कुछ मुझे अभी भी याद है
मा तू पहले बाकी सब बाद है
तू तो सब जानती है मा
मुझसे ज़ादा, मुझे पहचानती है मा
भूक तो आज भी मिट जाती है
पर खाने मे वो प्यार ना है
नींद तो आज भी आती है
पर साथ तेरा दुलार ना है
तू तो सब जानती है मा
मुझसे ज़ादा, मुझे पहचानती है मा
चाहता हूँ हर खुशी देना तुझे
पर ज़िंदगी की दौड़ मे मजबूर हूँ
चाहता हूँ तेरे साथ रहूं, तेरी मदद करूँ
पर क्या करूँ बहोत दूर हूँ
तू तो सब जानती है मा
मुझसे ज़ादा, मुझे पहचानती है मा
लिखना आता नही, पर तेरे लिए कोशिश की है
आभार भगवान, जो तेरे जैसी मा दी है
कभी ये कहा नही, आज तुझे बताता हूँ
गम भूल जाता हूँ जब पास तुझे पाता हूँ
हमारे लिए अपने गमों को छुपति है
मा तू हमारे दिलो-जान मे समाती है
तू तो सब जानती है मा
मुझसे ज़ादा, मुझे पहचानती है मा
Wish you a very happy birthday Mom !!
beautiful... happy birthday to your mom :)
ReplyDeleteThank You so much Archana ji :)
DeleteThis is so lovely, may be best way to wish her. Happy birthday to your mom :)
ReplyDeleteThank you so much Alok !! :)
DeleteReminded me of the song main kabhi batlata nahi...Nice!
ReplyDeleteYours,
Aunty wishing happy belated birthday to Aunty ji
Thank you Thank you :)
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